मेरे बाद पार्टी की कमान स्टालिन के हाथ: करुणानिधि
National 4:16 AM
चेन्नई: खराब सेहत से गुजर रहे डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि ने गुरूवार को ऐलान किया कि उनके बाद पार्टी की बागडोर उनके छोटे बेटे एमके स्टालिन संभालेंगे। 89 वर्षीय करुणानिधि ने पार्टी कैडर को दिए संदेश में साफ तौर पर कहा कि उनके काम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उनके पुत्र स्टालिन पर होगी।
एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए करुणानिधि ने कहा कि वे लोगों के उत्थान और उनके विकास के लिए अंतिम सांस तक काम करते रहेंगे। इसी कार्यक्रम में करुणानिधि ने ऐलान किया कि उनके बाद डीएमके की कमान उनके छोटे बेटे स्टालिन संभालेंगे।
इस वक्त स्टालिन डीएमके के कोषाध्यक्ष और यूथ विंग के सचिव हैं। करुणानिधि के पुत्र एम के अलागिरी और एम के स्टालिन अपने पिता की विरासत संभालने को लेकर लड़ते रहे हैं। छोटे भाई स्टालिन जहां तमिलनाडु में पार्टी का काम देखते हैं, वहीं देर से सियासत में आए बड़े भाई अलागिरी केंद्र में मंत्री हैं।
द्रमुक नेता एक समारोह के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, जहां पीएमके के 2000 से ज्यादा कार्यकर्ता द्रमुक में शामिल हुए। उनकी टिप्पणी का उपस्थित कार्यकर्ताओं ने जोर शोर से स्वागत किया।
करुणानिधि इससे पहले भी इस तरह के संकेत दे चुके हैं कि उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी स्टालिन होंगे। माना जाता है कि स्टालिन और उनके बड़े भाई और केंद्रीय मंत्री एम के अलागिरि में मतभेद है।
एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए करुणानिधि ने कहा कि वे लोगों के उत्थान और उनके विकास के लिए अंतिम सांस तक काम करते रहेंगे। इसी कार्यक्रम में करुणानिधि ने ऐलान किया कि उनके बाद डीएमके की कमान उनके छोटे बेटे स्टालिन संभालेंगे।
इस वक्त स्टालिन डीएमके के कोषाध्यक्ष और यूथ विंग के सचिव हैं। करुणानिधि के पुत्र एम के अलागिरी और एम के स्टालिन अपने पिता की विरासत संभालने को लेकर लड़ते रहे हैं। छोटे भाई स्टालिन जहां तमिलनाडु में पार्टी का काम देखते हैं, वहीं देर से सियासत में आए बड़े भाई अलागिरी केंद्र में मंत्री हैं।
द्रमुक नेता एक समारोह के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, जहां पीएमके के 2000 से ज्यादा कार्यकर्ता द्रमुक में शामिल हुए। उनकी टिप्पणी का उपस्थित कार्यकर्ताओं ने जोर शोर से स्वागत किया।
करुणानिधि इससे पहले भी इस तरह के संकेत दे चुके हैं कि उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी स्टालिन होंगे। माना जाता है कि स्टालिन और उनके बड़े भाई और केंद्रीय मंत्री एम के अलागिरि में मतभेद है।