सचिन को आनंद की सलाह, बिना कारण मत छोड़ना क्रिकेट
Sports 3:10 AM
आनंद ने कहा, आलोच
ना तो होती रहती है लेकिन यदि आपको खेल का मजा आ रहा है तो बिना कारण खेलना छोड़ना सही नहीं है । खेलों में ऐसा कुछ नहीं है कि युवा ही अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। मैं अभी भी शतरंज खेलते रहना चाहता हूं। उन्होंने कहा, मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे खेलने का मौका मिल रहा है। मैं सचिन के लिये भी ऐसी ही कल्पना करता हूं। चालीस की उम्र को महज एक आंकड़ा बताते हुए आनंद ने कहा कि उम्र के बारे में सवाल हास्यास्पद लगते हैं।
आनंद ने कहा, पहला सवाल लोग यह पूछते हैं कि आप संन्यास कब ले रहे हो। यह हास्यास्पद है। उन्होंने अपने दौर में भारत में तीन महान खिलाड़ियों की श्रेणी में तेंदुलकर, पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली और टेनिस स्टार लिएंडर पेस को रखा।
उन्होंने कहा, मैने लिएंडर का खेल काफी देखा है। सचिन और मैं लंबे समय से खेल रहे हैं। सौरव ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हम सभी के कैरियर आस पास के ही हैं। यह पूछने पर कि क्या उम्र से फर्क पड़ता है, उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि 40 के आंकड़े से शतरंज में कोई खास फर्क पड़ता है। फुटबाल और टेनिस जैसे खेलों में 32.33 साल के आगे खेलना मुश्किल होता है।