बाल ठाकरे की बहुएं, बंगले पर कब्जे को लेकर कलह
National 3:54 AM
मुंबई। बाल ठाकरे के निधन के बाद एक बार फिर से परिवार की कलह सड़क पर आ गई है। इस बार झगड़ा ठाकरे की राजनीतिक विरासत को संभालने को नहीं, बल्कि उनकी करोड़ों की संपत्ति को लेकर है। संपत्ति को लेकर झगड़ा बाल ठाकरे के छोटे बेटे उद्धव और राज ठाकरे के बीच नहीं, तीनों बहुओं के बीच है। मुख्य झगड़ा चार मंजिला इमारत मातोश्री को लेकर है। यहीं पर रविवार को बाल ठाकरे की वसीयत को परिवार के सदस्यों के बीच पढ़ा गया ।
वकील ने ठाकरे की वसीयत पढ़ना शुरू किया, पारिवार के सदस्य आपस में ही लड़ने लगे। हर कोई अधिक से अधिक संपत्ति पर अपना हक जता रहा था।
मातोश्री का निचला हिस्सा कार्यालय के तौर पर काम आता है। यहां शिवसेना प्रमुख और बाल ठाकरे बैठते थे। पहली मंजिल ठाकरे के बेटे जयदेव की पत्नी स्मिता के कब्जे मे है। पति से अलग होने के बावजूद भी स्मिता का मातोश्री के एक हिस्से पर कब्जा है।
जयदेव से तलाक के बाद स्मिता मातोश्री के बाहर आ गई थीं, क्योंकि उनके और सीनियर ठाकरे को लेकर कई प्रकार की अफवाह मीडिया में उड़ती रहती थी। इसी तरह उद्वव और उनकी पत्नी रश्मि के साथ भी स्मिता के संबंध कुछ ठीक नहीं थे। खासतौर से तब से, जब से उद्वव ने शिवसेना की जिम्मेदारी संभाली थी। उद्वव के लाख चाहने के बावजूद स्मिता ने अपना हिस्सा को छोड़ा नहीं है।
दूसरी मंजिल पर बाल ठाकरे रहा करते थे। यह हिस्सा ठाकरे के बड़े बेटे बिंदु माधव की पत्नी माधवी के हिस्से आया है। बिंदु माधव की कार दुर्घटना में मौत हो गई थी।
तीसरी मंजिल उद्धव और रश्मि के हिस्से में आई है। उद्धव अपने दोनों बेटों के साथ यहां रहते हैं। उद्वव की पत्नी रश्मि नहीं चाहती हैं कि स्मिता और माधवी इस घर में रहें। बस यहीं से कलह की शुरूआत हुई। तीनों बहुओं में कोई भी झुकने को तैयार नहीं है। स्मिता और माधवी का साफ कहना है कि वे किसी भी कीमत पर मातोश्री नहीं छोड़ेंगी