मैला ढोना सबसे शर्मनाक प्रथाओं में से एक: रमेश
National 9:09 PM
जयराम रमेश ने कहा कि लगभग तीन लाख परिवार अभी भी भारत में 27 लाख पायखाना साफ करते करते हैं। उन्होंने कहा कि हम मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह वर्तमान में अस्पृश्यता की सबसे अपमानजनक प्रथा है और इससे जातिगत आधार पर भेदभाव का मुद्दा सामने उभरकर आता है।