कर्नाटक के डिप्टी सीएम के घर लोकायुक्त का छापा
Top News 3:07 AM
बेंगलुरू : कर्नाटक पुलिस ने भ्रष्टाचार के एक मामले में सोमवार को उप-मुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा के यहां स्थित व उनके गृह नगर शिमोगा स्थित आवासों पर छापेमारी की। ईश्वरप्पा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं।
बेंगलुरू से 280 किलोमीटर दूर स्थित शिमोगा में स्थित लोकायुक्त अदालत के निर्देश पर पुलिस ने यह छापेमारी की। ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार के जरिए सम्पत्ति इकट्ठी करने का आरोप है और इसी मामले में जांच के लिए यह छापेमारी की गई।
पुलिस ने शिमोगा के वकील बी.विनोद की शिकायत पर ईश्वरप्पा, उनके बेटे के.ई. कांतेश व बहू शालिनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की औपचारिक शुरुआत की।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईश्वरप्पा ने भ्रष्ट साधनों के जरिए अत्यधिक सम्पत्ति इकट्ठी की है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के डर से ईश्वरप्पा व उनके पारिवारिक सदस्यों ने शिमोगा अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर 27 दिसम्बर को सुनवाई होगी।
ईश्वरप्पा ने कांग्रेस की उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग ठुकरा दी है। कांग्रेस की मांग थी कि निष्पक्ष जांच के लिए ईश्वरप्पा अपने पद से इस्तीफा दें।
वह कर्नाटक में भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे भाजपा के नए नेता हैं।
राज्य की 225 सदस्यीय विधानसभा में मौजूद पार्टी के 118 सदस्यों में से कई मंत्रियों सहित तकरीबन 80 सदस्यों के खिलाफ बेंगलुरू की अदालतों में भ्रष्टाचार के मामले हैं।
बेंगलुरू से 280 किलोमीटर दूर स्थित शिमोगा में स्थित लोकायुक्त अदालत के निर्देश पर पुलिस ने यह छापेमारी की। ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार के जरिए सम्पत्ति इकट्ठी करने का आरोप है और इसी मामले में जांच के लिए यह छापेमारी की गई।
पुलिस ने शिमोगा के वकील बी.विनोद की शिकायत पर ईश्वरप्पा, उनके बेटे के.ई. कांतेश व बहू शालिनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की औपचारिक शुरुआत की।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईश्वरप्पा ने भ्रष्ट साधनों के जरिए अत्यधिक सम्पत्ति इकट्ठी की है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के डर से ईश्वरप्पा व उनके पारिवारिक सदस्यों ने शिमोगा अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर 27 दिसम्बर को सुनवाई होगी।
ईश्वरप्पा ने कांग्रेस की उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग ठुकरा दी है। कांग्रेस की मांग थी कि निष्पक्ष जांच के लिए ईश्वरप्पा अपने पद से इस्तीफा दें।
वह कर्नाटक में भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे भाजपा के नए नेता हैं।
राज्य की 225 सदस्यीय विधानसभा में मौजूद पार्टी के 118 सदस्यों में से कई मंत्रियों सहित तकरीबन 80 सदस्यों के खिलाफ बेंगलुरू की अदालतों में भ्रष्टाचार के मामले हैं।