ज.क.परिषद चुनावों में ईवीएम से हेराफेरी---गठबंधन उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से अधिक वोट
Literature 4:14 AM
जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव क्षेत्रों से चार परिषद उम्मीदवारों का चुनाव परिणाम देखकर जम्मू-कश्मीर के एक करोड़ लोगों को बड़ा धक्का पहुंचा, जब सरकार ने घोषित किया कि 50 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त करके चारों सŸाारूढ़ उम्मीदवार विजयी हो गये हैं। मतदान 3 दिसम्बर, 2012 को हुआ था और पैंथर्स पार्टी ने ईवीएम मशीनों के उपयोग का पहले से ही जोरदार विरोध किया था। पैंथर्स पार्टी ने चुनाव प्रणाली में सरासर धांधली का आरोप कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस नेताओं पर लगाया, खासकर श्री गुलाम नबी आजाद, डा. फारूख अब्दुल्ला और उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला ने 66 में से 60 ब्लाकों में ईवीएम से यह धांधली करवायी। साम्बा और ऊधमपुर जिलों के सहायक मतदान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के कार्यालय की बात मानने से साफ इन्कार कर दिया, क्योंकि वे इसके भयंकर परिणामों से परिचित थे।
पैंथर्स पार्टी नेताओं ने केन्द्रीय नेतृत्व को लोकतांत्रिक संस्थाओं, चुनाव प्रणाली में सरासर धांधली के भयंकर परिणामों की चेतावनी दी और कहा कि वे यह सब एक परिवार विशेष के शासन को जम्मू-कश्मीर में पुख्ता बनाये रखने के लिए कर रहे हैं। ईवीएम मशीनों से मतदान में धांधली बड़ी आसानी से हो जाती है और एक ईवीएम मशीन को स्टोर में रखते समय कुछ मिनटों में ही 200 वोट इधर-उधर किये जा सकते हैं।
नेशनल पैंथर्स पार्टी के प्रमुख प्रो. भीमसिंह, विधायक श्री हर्षदेवसिंह एवं श्री बलवंतसिंह मनकोटिया और श्री यशपाल कुंडल तथा सैयद रफीक शाह ने आज एक वक्तव्य में कहा कि पैंथर्स पार्टी का ‘बैलट‘ में विश्वास है और लोकशाही के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव जहां उसको मजबूत करते हैं, वहीं मतदान की विफलता से अराजकता फैलती है। इसका आने वाली पीढ़ियों पर भयंकर दुष्परिणाम पड़ता है और इसी कारण आतंकवाद भी फैलता है।
पैंथर्स पार्टी ने मांग की कि पंचायत परिषद चुनावों को तुरन्त रद्द किया जाय और ईवीएम मशीनों की धांधली में उच्च शक्ति न्यायिक जांच करायी जाय और इस आपराधिक कदम के लिए जिम्मेदारी नियत की जाय। दोषी व्यक्तियों को अविलम्ब दंड दिया जाना जरूरी है। पैंथर्स पार्टी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के अवाम का आह्वान किया कि वे जम्मू-कश्मीर में लोकशाही और कानून के शासन के लिए अन्तिम लड़ाई के लिए तैयार रहें, जिससे वहां अमनोअमान और राष्ट्रीय एकता कायम हो सके।
पैंथर्स पार्टी नेताओं ने केन्द्रीय नेतृत्व को लोकतांत्रिक संस्थाओं, चुनाव प्रणाली में सरासर धांधली के भयंकर परिणामों की चेतावनी दी और कहा कि वे यह सब एक परिवार विशेष के शासन को जम्मू-कश्मीर में पुख्ता बनाये रखने के लिए कर रहे हैं। ईवीएम मशीनों से मतदान में धांधली बड़ी आसानी से हो जाती है और एक ईवीएम मशीन को स्टोर में रखते समय कुछ मिनटों में ही 200 वोट इधर-उधर किये जा सकते हैं।
नेशनल पैंथर्स पार्टी के प्रमुख प्रो. भीमसिंह, विधायक श्री हर्षदेवसिंह एवं श्री बलवंतसिंह मनकोटिया और श्री यशपाल कुंडल तथा सैयद रफीक शाह ने आज एक वक्तव्य में कहा कि पैंथर्स पार्टी का ‘बैलट‘ में विश्वास है और लोकशाही के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव जहां उसको मजबूत करते हैं, वहीं मतदान की विफलता से अराजकता फैलती है। इसका आने वाली पीढ़ियों पर भयंकर दुष्परिणाम पड़ता है और इसी कारण आतंकवाद भी फैलता है।
पैंथर्स पार्टी ने मांग की कि पंचायत परिषद चुनावों को तुरन्त रद्द किया जाय और ईवीएम मशीनों की धांधली में उच्च शक्ति न्यायिक जांच करायी जाय और इस आपराधिक कदम के लिए जिम्मेदारी नियत की जाय। दोषी व्यक्तियों को अविलम्ब दंड दिया जाना जरूरी है। पैंथर्स पार्टी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के अवाम का आह्वान किया कि वे जम्मू-कश्मीर में लोकशाही और कानून के शासन के लिए अन्तिम लड़ाई के लिए तैयार रहें, जिससे वहां अमनोअमान और राष्ट्रीय एकता कायम हो सके।
